भगवान भेाले की यात्रा इस मौसम में करना किसी खतरे से खाली नहीं है। जान जोखिम में डाल कर श्रद्धालु बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। रास्ते में कितना मलबा, पत्थर आ जा रहे हैं लेकिन इनकी श्रद्धालुओं को कोई चिन्ता नहीं है। सब कुछ बाबा के ऊपर छोड़कर बाबा के दरबार में जो पहॅूचना है। बरसात के मौसम में पहाड़ों पर यात्रा करना बहुत कठिन और संघर्षपूर्ण है। ऋृषिकेश बद्रीनाथ राजमार्ग से लेकर रुद्रप्रयाग गौरीकुण्ड राजमार्ग व केदारनाथ पैदल मार्ग पर किस प्रकार से श्रद्धालु रास्ता तय कर रहे हैं। लेकिन जब आस्था अटूट हो जाती है तो उसके आगे सब कुछ कम नजर आता है। खतरनाक जोखिम भरे, पानी के झरनों और ऊबड़ खाबड़ रास्ते नापकर श्रद्धालु बाबा के दरबार पहुंच रहे हैं। Read More
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