उत्तराखंड में मुखिया तो तय कर लिया गया है लेकिन मंत्रियों और उनके पोर्टफोलियो को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। सूत्रों की मानें तो जिन दिग्गजों का नाम मंत्रिमंडल में तय हुआ है उन्हें अभी तक कोई फोन नहीं आया है। ऐसे में संभावित मंत्री पद के दावेदारों की धुकधुकी बढ़ रही है। बुधवार को 2ः30 बजे प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी के साथ उनकी मंत्रीमंडल भी शपथ लेगी, लेकिन फिलहाल किसी को यह कंफर्म खबर नहीं है कि आप मंत्री बनाए जा रहे हैं। मंत्री पद के दावेदारों की लिस्ट लंबी है। कई पुराने मंत्री रिपीट भी हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल कौन-कौन मंत्रीमंडल में शामिल होगा सस्पेंस बरकरार है।
एक दिन पहले करीब 11 रोज के सस्पेंस के बाद उत्तराखंड के कार्यवाहक मुखिया को ही रिपीट करते हुए फिर से सीएम बनाया गया, लेकिन भाजपा ने मंत्रियों को लेकर जारी सस्पेंस बरकरार रखा है। वहीं, मुख्यमंत्री और नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले भी हाईकमान ने संभावित मंत्री पद के दावेदारों को कोई फोन नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो कई दिग्गज लाॅबिंग में लगे हैं लेकिन अभी तक कोई भी कंफर्म नहीं कह रहा कि उसे मंत्री बनाया जा रहा है। मीडिया में तमाम कयासबाजियों का दौर जारी है, लेकिन राज्य की सत्ता को कौन-कौन दिग्गज नेता मंत्री के रूप में संचालित करेंगे उसे लेकर सस्पेंस जारी है। हालांकि कयासबाजी लगाई जा रही है कि कई पुराने मंत्री हटाकर इस बार युवा विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है। मंत्री के संभावित दावेदारों में ऋतु खंडूड़ी, मुन्ना सिंह, चंदन राम दास, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, प्रेमचंद अग्रवाल आदि नेताओं के नाम आगे बताए जा रहे हैं। अब देखना होगा कि भाजपा हाईकमान किस-किस नेता को मंत्री पद सौंपती और उन्हें किस-किस विभाग की जिम्मेदारी दी जाती है। अधिकांश विभाग मुख्यमंत्री के पास ही रहने की उम्मीद है। Read more
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