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पंतनगर विवि प्रशासन पर व्यापारियों द्वारा लगाया गया उत्पीड़न का आरोप।
पंतनगर में बिना व्यापारियों की सहमति और जनप्रतिनिधियों की गैर मौजूदगी में पंतनगर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दुकानों का किराया बढ़ाने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। व्यापारियों ने विवि प्रशासन पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू कर दिया है। साथ ही व्यापारियों ने अनिश्चितकाल के लिए दुकानें बंद करने का ऐलान भी किया है। इसको लेकर व्यापारियों द्वारा कुलपति को एक ज्ञापन भी भेजा गया है। ज्ञापन में कहा गया कि विगत 7 वर्षों से विवि के दुकानदारों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कहा कि विगत 4 दिसम्बर 2021 को विवि प्रशासन ने गुपचुप तरीके से विवि परिसर की दुकानों का किराया बढ़ाया और यह प्रस्ताव प्रबंध समिति द्वारा पास भी करवा लिया गया। कहा कि उक्त बैठक की सूचना ना ही व्यापारियों को दी गयी और न ही कोई जनप्रतिनिधि इस बैठक में मौजूद रहा। साथ ही व्यापारियों ने चेताया कि जबतक उक्त प्रस्ताव वापस नहीं लिया जाता तबतक वह अपनी दुकानों को बंद रखेंगे। वहीं उन्होंने 2015 में हुई बैठक में पारित प्रस्ताव को लागू करवाने की मांग भी कुलपति से की।उधर इस मामले को लेकर प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल के महामंत्री दीपक देउपा ने बताया कि वर्ष 2015 में 16 नवम्बर को प्रबंध समिति की 226वीं बैठक हुई थी। तब संकल्प संख्या 226.5 के अनुसार कुछ प्रस्ताव पारित हुए थे, लेकिन इन प्रस्तावों को विवि प्रशासन द्वारा जारी नहीं किया गया। कहा कि उक्त प्रस्तावों में विवि परिसर की दुकानों का किराया निर्धारित किया गया था साथ ही यह भी तय हुआ था कि हर तीन साल बाद मूल किराए में 10 प्रतिशत की वृद्धि की जायेगी। इसपर व्यापारियों ने भी सहमति जताई थी। साथ ही इस प्रस्ताव के तहत जिस व्यापारी के नाम से दुकान आवंटित है अगर भविष्य में उसकी मृत्यु हो जाती है तो दुकान उसके बच्चों को ट्रांसफर करने पर भी सहमति बनाई गयी थी। लेकिन आज तक 2015 की बैठक के प्रस्तावों को लागू नहीं किया गया। अब व्यापारियों ने अनिश्चिकाल के लिए दुकानें बंद करने के ऐलान के साथ ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। व्यापारियों ने विवि प्रशासन पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया और काले कानूनों को वापस करने की मांग की।more news
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